“अमरावती” जिसका सरल शब्दों में अर्थ है “देवताओं की नगरी” | भारत के प्रधानमंत्री “नरेन्द्र मोदी” ने अमरावती शहर का शिलान्यास कर दिया है, और अब अमरावती को आंध्र प्रदेश की नयी राजधानी के रूप में मान्यता मिल चुकी है | आइये जानते है अमरावती के रोचक तथ्य
आंध्र प्रदेश की नयी राजधानी अमरावती के रोचक तथ्य | Amazing facts about Amravati :
तथ्य 1 : बेहतरीन लोकेशन
अमरावती को इसकी बेहतरीन लोकेशन के कारण राजधानी के रूप में चुना गया है क्योकि उत्तरी, दक्ष्णि और तटीय क्षेत्रो से इस और आना आसान पढता है और यह जगह विजयवाडा और गुंटूर जिलो के नजदीक भी है जिसके कारण यह आसानी से दुसरे क्षेत्रो से जुड़ सकती है |
अमरावती को इसकी बेहतरीन लोकेशन के कारण राजधानी के रूप में चुना गया है क्योकि उत्तरी, दक्ष्णि और तटीय क्षेत्रो से इस और आना आसान पढता है और यह जगह विजयवाडा और गुंटूर जिलो के नजदीक भी है जिसके कारण यह आसानी से दुसरे क्षेत्रो से जुड़ सकती है |
तथ्य 2 : बसावट
अमरावती नगर, कृष्णा नदी के किनारे बसाया जाएगा |
अमरावती नगर, कृष्णा नदी के किनारे बसाया जाएगा |
तथ्य 3 : मिटटी और पानी का प्रयोग
अमरावती के शिलान्यास समारोह में दुनियाँ के विभिन्न हिस्सों से मिटटी और पानी लाकर प्रयोग किया गया | ऐसा करने का कारण यह बताया गया की नई राजधानी को “जनता के शहर” के रूप में बसाया जाएगा |
अमरावती के शिलान्यास समारोह में दुनियाँ के विभिन्न हिस्सों से मिटटी और पानी लाकर प्रयोग किया गया | ऐसा करने का कारण यह बताया गया की नई राजधानी को “जनता के शहर” के रूप में बसाया जाएगा |
तथ्य 4 : आंध्र के 16,000 गाँवों की मिटटी और पानी का प्रयोग
शिलान्यास समारोह में आंध्र के करीब 16,000 गाँवों से मिटटी और पानी लाकर प्रयोग किया गया और तेलुगु देशम पार्टी के सी.एम. रमेश तो माउंट आबू से कुछ मिटटी और पानी लेकर आये थे |
शिलान्यास समारोह में आंध्र के करीब 16,000 गाँवों से मिटटी और पानी लाकर प्रयोग किया गया और तेलुगु देशम पार्टी के सी.एम. रमेश तो माउंट आबू से कुछ मिटटी और पानी लेकर आये थे |
तथ्य 5 : लम्बा इतिहास और सांस्कृतिक विरासत
अमरावती का अपना एक लम्बा इतिहास और समृद्ध संस्कृति है, इतिहासकारों के अनुसार अमरावती, सातवाहनो और विश्नुकुंदिना साम्राज्य की राजधानी रह चुकी है |
अमरावती का अपना एक लम्बा इतिहास और समृद्ध संस्कृति है, इतिहासकारों के अनुसार अमरावती, सातवाहनो और विश्नुकुंदिना साम्राज्य की राजधानी रह चुकी है |
तथ्य 6 : एशिया की सबसे बड़ी ‘मिर्च मार्किट
अमरावती के निकट गुंटूर में एशिया की सबसे बड़ी ”मिर्च मार्किट” स्थित है |
अमरावती के निकट गुंटूर में एशिया की सबसे बड़ी ”मिर्च मार्किट” स्थित है |
तथ्य 7 : मृत ज्वालामुखी
अमरावती के निकट “मंगलागिरी” में कुछ ऐसे स्थान है जहाँ भारतीय प्रायद्वीप के कुछ मृत ज्वालामुखी पाएं जाते है |
अमरावती के निकट “मंगलागिरी” में कुछ ऐसे स्थान है जहाँ भारतीय प्रायद्वीप के कुछ मृत ज्वालामुखी पाएं जाते है |
तथ्य 8 : पहला 70mm थिएटरपुरे दक्षिण भारत का पहला ’70 mm’ थिएटर सबसे पहले 1921 में ‘विजयवाडा’ में “मारुती टाकिज” के नाम से खुला था, जिसमे पहली फिल्म सुपरस्टार ‘कृष्णा’ की “सिम्हासनाम” थी |
तथ्य 9 : उन्द्वाल्ली गुफाएंअमरावती के निकट ही विश्वप्रसिद्ध मानवनिर्मित “उन्दवाल्ली गुफाये” है जो चट्टानों को काटकर बनायी गयी है | अपने वास्तुशिल्प और कला के लिए यह विश्वप्रसिद्ध है | यह उन्दवाल्ली गाँव में स्थित है जहाँ पर विजयवाडा और गुंटूर शहर से जाया जा सकता है |
तथ्य 10 : 125 साल पूरानी म्युनिसिपालिटी
विजयवाडा की म्युनिसिपालिटी करीब 126 साल पूरानी मानी जाती है, विजयवाडा में म्युनिसिपल कोर्ट साल 1843 में स्थापित हुआ था |
विजयवाडा की म्युनिसिपालिटी करीब 126 साल पूरानी मानी जाती है, विजयवाडा में म्युनिसिपल कोर्ट साल 1843 में स्थापित हुआ था |
तथ्य 11 : भविष्य का शहर
विजयवाडा-अमरावती और गुंटूर की संयुक्त जीडीपी साल 2010 में करीब 3 बिलियन डॉलर थी, जिसका 2025 में करीब 17 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है | यह शहर विश्वप्रसिद्ध रेटिंग एजेंसी ‘मेकेंजी’ के द्वारा भविष्य के शहर के रूप में चिन्हित किया गया है |
विजयवाडा-अमरावती और गुंटूर की संयुक्त जीडीपी साल 2010 में करीब 3 बिलियन डॉलर थी, जिसका 2025 में करीब 17 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है | यह शहर विश्वप्रसिद्ध रेटिंग एजेंसी ‘मेकेंजी’ के द्वारा भविष्य के शहर के रूप में चिन्हित किया गया है |
तथ्य 12 : एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बस टर्मिनल
विजयवाडा में साल 1990 में शुरू किया गया बस टर्मिनल, भारत का सबसे बड़ा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बस टर्मिनल है |
विजयवाडा में साल 1990 में शुरू किया गया बस टर्मिनल, भारत का सबसे बड़ा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बस टर्मिनल है |
तथ्य 13 : एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन
विजयवाडा में ही साल 1888 में रेलवे जंक्शन शुरू किया गया जो आज भारत का सबसे व्यस्त और बड़ा रेलवे जंक्शन है और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है |
विजयवाडा में ही साल 1888 में रेलवे जंक्शन शुरू किया गया जो आज भारत का सबसे व्यस्त और बड़ा रेलवे जंक्शन है और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है |
तथ्य 14 : आंध्र प्रदेश का पहला प्राइवेट कॉलेजविजयवाडा में स्थित ”वेलागापुदी रामकृष्णा सिद्धार्थ इंजीनियरिंग कॉलेज” आंध्र प्रदेश का पहला प्राइवेट कॉलेज है जो साल 1977 से शुरू हुआ था | वैसे राम गोपाल वर्मा भी इसी कॉलेज के विद्यार्थी रह चुके है |
तथ्य 15 : एशिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल केंद्र
विजयवाडा में ही ‘जवाहर लाल नेहरु ऑटो नगर’ स्थित है जिसमे 1,500 ऑटोमोबाइल एक्सेसरी यूनिट है और इनमे लगभग 1,00,000 वर्कर काम करते है | यह एशिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल केंद्र है |
विजयवाडा में ही ‘जवाहर लाल नेहरु ऑटो नगर’ स्थित है जिसमे 1,500 ऑटोमोबाइल एक्सेसरी यूनिट है और इनमे लगभग 1,00,000 वर्कर काम करते है | यह एशिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल केंद्र है |
तथ्य 16 : हीलियम का पहला सबूतहीलियम का पहला सबूत सबसे पहले 18 अगस्त, 1868 में फ़्रांसिसी खगोल विज्ञानी “पिएरे जुल्स सीजर जानसन” द्वारा सूर्यग्रहण के दौरान खोजा गया था |
तथ्य 17 : कोहिनूर हीरा
विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा “कोल्लूर खदानों” से ही प्राप्त हुआ था, ‘कोल्लूर खदाने’ कोल्लूर गाँव में स्थित है जो आज अमरावती राजधानी क्षेत्र का ही हिस्सा है |
विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा “कोल्लूर खदानों” से ही प्राप्त हुआ था, ‘कोल्लूर खदाने’ कोल्लूर गाँव में स्थित है जो आज अमरावती राजधानी क्षेत्र का ही हिस्सा है |
तथ्य 18 : दुनियाँ की सबसे बड़ी आम मार्किट
विजयवाडा में ही ‘नुन्ना आम मार्किट’ है जो दुनियाँ की सबसे बड़ी “आम मार्किट” के रूप में प्रसिद्ध है |
विजयवाडा में ही ‘नुन्ना आम मार्किट’ है जो दुनियाँ की सबसे बड़ी “आम मार्किट” के रूप में प्रसिद्ध है |
तथ्य 19 : देवी कनक दुर्गा का प्रवित्र स्थल
कहाँ जाता है की अर्जुन ने भगवान् शंकर से पाशुपत अस्त्र प्राप्त करने के लिए यही पर तप किया था, जिसके फलस्वरूप भगवान् शंकर ने अर्जुन को पाशुपत अस्त्र प्रदान किया | इसी स्थान पर राजा माधव वर्मा ने 12वीं शताब्दी में एक मंदिर का निर्माण भी करवाया था |
कहाँ जाता है की अर्जुन ने भगवान् शंकर से पाशुपत अस्त्र प्राप्त करने के लिए यही पर तप किया था, जिसके फलस्वरूप भगवान् शंकर ने अर्जुन को पाशुपत अस्त्र प्रदान किया | इसी स्थान पर राजा माधव वर्मा ने 12वीं शताब्दी में एक मंदिर का निर्माण भी करवाया था |
तथ्य 20 : सचिन तेंदुलकर काअमरावती के रियल एस्टेट में निवेश
ऐसी खबरे भी है की प्रसिद्ध क्रिकेटर और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने मंगलागिरी में 100 एकड़ जमीन खरीदी है | इन अफवाहों को और बल मिला जब सचिन 1 अगस्त को विजयवाडा में PVP मॉल के उद्घाटन पर पहुंचे |
ऐसी खबरे भी है की प्रसिद्ध क्रिकेटर और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने मंगलागिरी में 100 एकड़ जमीन खरीदी है | इन अफवाहों को और बल मिला जब सचिन 1 अगस्त को विजयवाडा में PVP मॉल के उद्घाटन पर पहुंचे |
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