देश के अलग-अलग हिस्सों में कई ऐसे प्लेसेस हैं, जहां लोगों के जाने पर बैन लगा हुआ है। आपको जानकर भले ही हैरत हो रही होगी, लेकिन ये सच है। स्थानीय लोगों को छोड़ दिया जाए तो इन जगहों पर जाने के लिए इनर लाइन परमिट लेना होता है। ये कानून देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आए तमाम टूरिस्ट्स के लिए मान्य है।
बताया जाता है कि ये सभी प्लेसेस दूसरे देशों की सीमाओं के नजदीक स्थित हैं, ऐसे में सुरक्षा कारणों से बगैर आदेश के एंट्री नहीं मिलती है। हालांकि, परमिशन लेकर जाने वाले लोग एक तय समय सीमा तक ही इन क्षेत्रों में घूम सकते हैं। इसके बाद टूरिस्ट को उन प्लेसेस को देखकर वापस लौट जाना होता है। ऐसे में आज हम आपको भारत के 5 ऐसे प्लेसेस के बारे में बताने जा रहे हैं।
क्या है इनर लाइन परमिट
इनर लाइन परमिट भारत का आधिकारिक यात्रा दस्तावेज है, जो देश और विदेशों के टूरिस्ट्स को प्रोटेक्टेड एरिया में जाने के लिए परमिट देता है। ये परमिट तय समय सीमा और कुछ लोगों के लिए ही मान्य होता है। मुख्यत: ये परमिट भारत में इस समय सिर्फ तीन राज्यों – मिजोरम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में ही पूर्ण रुप से लागू है। हालांकि, इन राज्यों के अलावा दूसरे देशों के बॉर्डर लाइन पर भी इस परमिट की आवश्यकता होती है।
कोहिमा, नागालैंड
पहाड़ की एक ऊंचे चोटी पर बसा कोहिमा भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य नागालैंड की राजधानी है, जो अंगामी नागा जनजाति की भूमि है। इसे एशिया का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। यहां पर जाने के लिए इनर परमिट लाइन की आवश्यकता होती है।
लोकतक लेक, मणिपुर
भारत के उत्तर-पूर्व में सबसे बड़े साफ पानी की लेक के रुप में प्रख्यात लोकतक झील झील में कई जगह पर भूखंड के टुकड़े तैरते हुए दिखाई देते हैं, जिनमें पानी भरा हुआ होता है। इन टुकड़ों को फुमदी के नाम से जाना जाता है, जो मिट्टी, पेड़-पौधों और जैविक पदार्थों से मिलकर कठोर संरचना में बने होते हैं। अपने अनोखेपन के कारण ये झील लोगों को खूब आकर्षित करती है। हालांकि, इस झील को देखने के लिए भी इनर लाइन परमिट लेने की आवश्यकता है।
यह भी पढ़े- लोकतक झील - इम्फाल - दुनिया की एक मात्र तैरती झील
चांगु लेक, सिक्किम
चांगु लेक सिक्किम का प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। सर्दियों में इस झील का पानी पूरी तरह से जम जाता है। हालांकि, यहां पर भी आने के लिए इनर लाइन परमिट लेने की आवश्यकता होती है।
जीरो, अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश में भी इनर लाइन परमिट लागू है। इस कारण से यहां भी परमिशन लेकर ही कोई जा सकता है। यहां पर कई शानदार टूरिस्ट अट्रैक्शन हैं, लेकिन इनमें सबसे पॉपुलर जीरो वैली है। इस वैली को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शुमार किया जाता है। बता दें कि इस वैली के पास ही आपातानी ट्राइब से जुड़े लोग रहते हैं।
आइजोल, मिजोरम
मिजोरम की राजधानी आइजोल में कई शानदार प्लेसेस हैं, जिसे देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं। इनमें म्यूजियम, हिल स्टेशन, स्थानीय लोग और उनकी कला शामिल है। हालांकि, मिजोरम में भी इनर लाइन परमिट लागू है। इस वजह से यहां लिमिटेड टाइम पीरियड के लिए कोई व्यक्ति परमिशन लेकर जा सकता है।
बताया जाता है कि ये सभी प्लेसेस दूसरे देशों की सीमाओं के नजदीक स्थित हैं, ऐसे में सुरक्षा कारणों से बगैर आदेश के एंट्री नहीं मिलती है। हालांकि, परमिशन लेकर जाने वाले लोग एक तय समय सीमा तक ही इन क्षेत्रों में घूम सकते हैं। इसके बाद टूरिस्ट को उन प्लेसेस को देखकर वापस लौट जाना होता है। ऐसे में आज हम आपको भारत के 5 ऐसे प्लेसेस के बारे में बताने जा रहे हैं।
क्या है इनर लाइन परमिट
इनर लाइन परमिट भारत का आधिकारिक यात्रा दस्तावेज है, जो देश और विदेशों के टूरिस्ट्स को प्रोटेक्टेड एरिया में जाने के लिए परमिट देता है। ये परमिट तय समय सीमा और कुछ लोगों के लिए ही मान्य होता है। मुख्यत: ये परमिट भारत में इस समय सिर्फ तीन राज्यों – मिजोरम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में ही पूर्ण रुप से लागू है। हालांकि, इन राज्यों के अलावा दूसरे देशों के बॉर्डर लाइन पर भी इस परमिट की आवश्यकता होती है।
कोहिमा, नागालैंड
पहाड़ की एक ऊंचे चोटी पर बसा कोहिमा भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य नागालैंड की राजधानी है, जो अंगामी नागा जनजाति की भूमि है। इसे एशिया का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। यहां पर जाने के लिए इनर परमिट लाइन की आवश्यकता होती है।
लोकतक लेक, मणिपुर
भारत के उत्तर-पूर्व में सबसे बड़े साफ पानी की लेक के रुप में प्रख्यात लोकतक झील झील में कई जगह पर भूखंड के टुकड़े तैरते हुए दिखाई देते हैं, जिनमें पानी भरा हुआ होता है। इन टुकड़ों को फुमदी के नाम से जाना जाता है, जो मिट्टी, पेड़-पौधों और जैविक पदार्थों से मिलकर कठोर संरचना में बने होते हैं। अपने अनोखेपन के कारण ये झील लोगों को खूब आकर्षित करती है। हालांकि, इस झील को देखने के लिए भी इनर लाइन परमिट लेने की आवश्यकता है।
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चांगु लेक, सिक्किम
चांगु लेक सिक्किम का प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। सर्दियों में इस झील का पानी पूरी तरह से जम जाता है। हालांकि, यहां पर भी आने के लिए इनर लाइन परमिट लेने की आवश्यकता होती है।
जीरो, अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश में भी इनर लाइन परमिट लागू है। इस कारण से यहां भी परमिशन लेकर ही कोई जा सकता है। यहां पर कई शानदार टूरिस्ट अट्रैक्शन हैं, लेकिन इनमें सबसे पॉपुलर जीरो वैली है। इस वैली को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शुमार किया जाता है। बता दें कि इस वैली के पास ही आपातानी ट्राइब से जुड़े लोग रहते हैं।
आइजोल, मिजोरम
मिजोरम की राजधानी आइजोल में कई शानदार प्लेसेस हैं, जिसे देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं। इनमें म्यूजियम, हिल स्टेशन, स्थानीय लोग और उनकी कला शामिल है। हालांकि, मिजोरम में भी इनर लाइन परमिट लागू है। इस वजह से यहां लिमिटेड टाइम पीरियड के लिए कोई व्यक्ति परमिशन लेकर जा सकता है।
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